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Kitabon Mein Stree

Author: Vimal Kumar
SKU: 55663144

180.00

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Description

पिछले दो-तीन दशकों में हिंदी की दुनिया में बहुत सारी नई लेखिकाएं सामने आई है और उनकी किताबें भी छप रहीं हैं। अब किताबों में स्त्री को देखा जा सकता है। ‘पुस्तकनामा’ से प्रकाशित हो रही इस पुस्तक में वैसी किताबों पर लेख हैं जिसमें स्त्री किसी न किसी रूप में दर्ज है। इनमें अधिकतर किताबें महिला साहित्यकारों की हैं। इसमें नवजागरण काल के साहित्य से लेकर समकालीन सहित्य के अलावा फिल्म, रंगमंच की किताबें हैं। आशा है, पाठकों को यह किताब पसंद आएगी क्योंकि इसमें एक तरफ शिवरानी देवी, महादेवी वर्मा और कस्तूरबा गांधी पर लेख हैं तो दूसरी तरफ गरिमा श्रीवास्तव, रूपा गुप्ता और सुनंदा पराशर जैसी विदुषी साहित्यकारों की किताबों पर लेख है तो वहीं युवा आलोचक यशस्विनी पाण्डेय की किताब पर भी लेख शामिल है।

Additional information

Vimal Kumar

वरिष्ठ कवि-पत्रकार। कविता, कहानी, उपन्यास, व्यंग्य विधा में 12 किताबें। गत 36 साल से पत्रकारिता। 20 साल से संसद कवर। ‘चोरपुराण’ पर देश के कई शहरों में नाटक। ‘जंगल में फिर आग लगी है’ और ‘आधी रात का जश्‍न’ जैसे दो नए कविता-संग्रह में बदलते भारत मे प्रतिरोध की कविता के लिए चर्चा में। आप लेखक से इस ईमेल पते पर संपर्क कर सकते हैं arvindchorpuran@yahoo.com

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