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Hindi Kavita Ka Uttarpoorv

Author: Alok Singh
SKU: syner9529

150.00

इस संग्रह में संकलित कवियों की कविताओं के स्वरों को पढ़कर बहुत हद तक आप तीन मुय सवालों के उत्तर भी तलाश सकते हैं। एक यह कि इन कवियों के कविता लेखन की वास्तविक पृष्ठभूमि क्या है? दूसरा यह कि मुयधारा के कविता स्वर से इनकी कविता का स्वर कहां तक मेल खाता है? और तीसरा यह कि उत्तर-पूर्व के कवियों की कविताओं का स्वर क्या है? इस संग्रह को निकालने के पीछे इन्हीं मुय तीन सवालों से टकराने तथा पूर्वोत्तर में रहकर हिंदी कविता लेखन कर रहे कवियों की कविताओं से हिंदी की मुयधारा की काव्य-संवेदना से जोड़ने का भी प्रयास किया गया है। इसलिए ध्यान परिमाण की बजाय कविता की विविधता पर रहा है।

Description

इस संग्रह में संकलित कवियों की कविताओं के स्वरों को पढ़कर बहुत हद तक आप तीन मुय सवालों के उत्तर भी तलाश सकते हैं। एक यह कि इन कवियों के कविता लेखन की वास्तविक पृष्ठभूमि क्या है? दूसरा यह कि मुयधारा के कविता स्वर से इनकी कविता का स्वर कहां तक मेल खाता है? और तीसरा यह कि उत्तर-पूर्व के कवियों की कविताओं का स्वर क्या है? इस संग्रह को निकालने के पीछे इन्हीं मुय तीन सवालों से टकराने तथा पूर्वोत्तर में रहकर हिंदी कविता लेखन कर रहे कवियों की कविताओं से हिंदी की मुयधारा की काव्य-संवेदना से जोड़ने का भी प्रयास किया गया है। इसलिए ध्यान परिमाण की बजाय कविता की विविधता पर रहा है।

Additional information

Weight .200 kg
Dimensions 13 × 21 × .5 cm

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