31 अगस्त 1972 को जोधपुर में जन्मी तनुजा लालस जीव विज्ञान पढ़ाती है। कविता उन्हें विरासत में मिली है, अपने अनूठे कथ्य और शिल्प से वे कविता का एक नया मुहावरा गढ़ती है। जीवन दर्शन से पगी उनकी कविताएं व्यष्टि से समष्टि तक ले जाती है। ‘ताकि सनद रहे’ उनका पहला कविता संग्रह है।
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