क्रांति के शहर मेरठ के गांव बढ़ला 8 से ताल्लुक। ब्लॉग्स पर कुछ कविताओं के प्रकाशित होने से लेखन की शुरुआत हुई। ङ्क्षहदी की लगभग सभी महत्वपूर्ण एवं प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित। भूमंडलीकरण के बाद समाज और साहित्य में आने वाले परिवर्तनों को केंद्र में रखकर पीएचडी। हिंदी और विश्व सिनेमा का चस्का। ‘मनुष्यता का पक्ष’, ‘आज़ादी की उत्तर गाथा’ और ‘नई सदी का सिनेमा’ किताबों के नाम पर सिर्फ इतना ही। पहाड़ के एक कस्बे लंब गांव में काफी समय से डेरा जमाया हुआ है। इस किताब की कहानियां जि़ंदगी के बीच से जि़ंदगी की कहानियां हैं।
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