तारिक़ छतारी
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के उर्दू विभाग में प्रोफ़ेसर-अध्यक्ष रहे मोहम्मद तारिक़ उर्दू कहानी की दुनिया में तारिक़ छतारी के नाम से जाने जाते हैं! पहली अक्टूबर सन् 1954 को जि़ला बुलंदशहर के क़स्बा छतारी में पैदा होकर होश संभाला, लेकिन शिक्षा-दीक्षा अलीगढ़ स्थित ए.एम.यू. में हुई. पढ़ाई के बाद कुछ सालों तक उन्होंने आकाशवाणी के गोरखपुर और दिल्ली केंद्र में अपनी सेवाएँ दीं और उसके बाद अपने अल्मा मातर के उर्दू विभाग में आ गए। उर्दू अदब में अलग मिज़ाज की कहानियाँ लिखनेवाले अफ़सानानिग़ार के तौर पर सशक्त पहचान बनी। उनकी कहानियों का एक संग्रह ‘बाग़ का दरवाज़ा’ और हिंदी-उर्दू कहानियों के तुलनात्मक अध्ययन की किताब ‘जदीद अफ़साना’ प्रकाशित हैं। इन दिनों उपन्यास लेखन में व्यस्त तारिक़ साहब ब्रजभूमि की उस साझी संस्कृति को रच रहे हैं, जिसके सामने राजनीति और धार्मिक उन्माद ने आज बेशुमार मुसीबतें खड़ी कर दी हैं!
संपर्क :+91-7983937581, ईमेल- tariqchhatari@gmail.com