डॉ.दिनेश श्रीवास ने उच्च शिक्षा गुरु घासीदास केन्द्रीयविश्वविद्यालय बिलासपुर (छ.ग.) से प्राप्त की है। संवेदना (कथा एवं काव्य संग्रह), मोहन राकेश का नाट्य संसार, आधुनिक हिन्दीगद्य साहित्य आदि पुस्तकों के लेखक हैं। भारतीय काव्यशास्त्र ,भारतीय साहित्य, भाषाविज्ञान, शोध विज्ञान आदि विविध विषयों के पुस्तकों में लेखन और सम्पादन सहयोग सहितकुछ रचनाओं की समीक्षा भी की है। आप राज्य स्तर के प्रशिक्षक भी हैं। आपको भाषा-भूषणसम्मान, रचनाकार सम्मान और नाट्य निर्देशन सम्मान प्राप्त है। माली आपका प्रथम उपन्यास है। वर्तमान में शासकीय इं.वि.पी.जी.अग्रणीमहाविद्यालय कोरबा छत्तीसगढ़ में सहा. प्राध्यापक हिंदी के पद पर कार्यरत हैं और पत्रकारिताविभाग के प्रभारी विभागाध्यक्ष हैं।